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4 July 2025
Posted By Vidhik Shiksha
प्रस्तावना- “कानून केवल शिक्षा और प्रशासन तक सीमित नहीं। वे जीवन की प्रत्येक क्रिया, व्यापार, मनोरंजन, यौनाचार और निजी संबंध हर क्षेत्र को नैतिकता से जोड़ते हैं। Book 8 में Plato हमें दिखाते हैं कि…
25 June 2025
प्रस्तावना : “अगर एक राज्य की आत्मा को स्थायी बनाना है, तो शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं हो सकती। Plato की Laws की सातवीं पुस्तक में वह शिक्षा को एक दिव्य प्रक्रिया के रूप…
24 June 2025
Intro : “अगर कानून राज्य की आत्मा है, तो उस आत्मा को संचालित करने के लिए एक दार्शनिक व्यवस्था चाहिए। Plato की Laws की छठी पुस्तक में, राज्य के प्रशासन, शासकों की नियुक्ति, और जीवन…
23 June 2025
“कानून केवल नियंत्रण का साधन नहीं, बल्कि नागरिकों की आत्मा को ऊँचा उठाने का माध्यम है Plato की Laws की पाँचवीं पुस्तक में राज्य की आत्मा को स्थायी बनाने के लिए नैतिकता, संयम और आत्म-अनुशासन…
21 June 2025
Plato की “Laws” – पुस्तक 4 “अगर आप एक नया राज्य बसाने जा रहे हों तो सबसे पहले क्या तय करेंगे? सेना? राजधानी? टैक्स? Plato कहते हैं - नहीं। सबसे पहले तय करें कि नागरिकों…
1. परीक्षा का नाम MPPSC ADPO (Assistant District Prosecution Officer) – वर्ष 2025 भर्ती। 2. पात्रता (Eligibility) उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विधि (LLB) स्नातक, वकालत पंजीकरण अनिवार्य। 3. आयु सीमा (Age as…
20 June 2025
“राज्य टूटते क्यों हैं? क्या किसी बाहरी दुश्मन से? या नागरिकों की अपनी आत्मा में आई गिरावट से? Plato की Laws की तीसरी पुस्तक बताती है कि हर महान सभ्यता का पतन, भीतर से शुरू…
19 June 2025
|| Decoding “The laws” by Plato With MJ Sir || Book 2 “एक अच्छा नागरिक सिर्फ कानून से नहीं बनता…बल्कि वह बचपन से संस्कारों और नैतिकता में ढलता है।Plato की Laws की दूसरी पुस्तक में…
18 June 2025
Book 1 परिचय: Plato की Laws उनकी अंतिम और सबसे परिपक्व रचना मानी जाती है। इसका स्वरूप संवादात्मक है | तीन पात्रों के बीच चर्चा के माध्यम से राज्य, नैतिकता और कानूनों की व्याख्या होती…
28 March 2022
"अत्याचार शब्द से तात्पर्य उन अपराधों से है जो गैर अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सदस्यों द्वारा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के सदस्यों के विरुद्ध किये जाते हैं।" -अनुसूचित जाति…
Intro – “Law is not just about politics or education. It must govern every corner of life from entertainment and […]
प्रस्तावना- “कानून केवल शिक्षा और प्रशासन तक सीमित नहीं। वे जीवन की प्रत्येक क्रिया, व्यापार, मनोरंजन, यौनाचार और निजी संबंध […]
Intro- “If the soul of a state must endure, then education cannot be limited to textbooks. In Book 7 of […]
प्रस्तावना : “अगर एक राज्य की आत्मा को स्थायी बनाना है, तो शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं हो सकती। […]
Intro- “If laws are the soul of a state, then they must be upheld by a system grounded in wisdom […]